हाल ही में डीआरडीओ (DRDO) द्वारा एक बहुत बड़ी खबर सामनेआई हैकि बहुत जल्द ही भारत अग्नि -6 मिसाइल का परीक्षण करने वाला है। जी हां मैं आपको यह बता देना चाहता हूं कि अग्नि -6 भारत की अब तक की सबसे खतरनाक और सबसे दूर तक मार करने वाली मिसाइल होगी।

Agni-6 : क्यों इतनी ख़ास है DRDO द्वारा तैयार की जाने वाली यह मिसाइल ?
आप सबको पता ही होगा कि भारत की अब तक की सबसे घातक मिसाइल अग्नि -5 है, जिसका रेंज 5000 किलो मीटर है , जबकि कुछ विशेषज्ञ इसे 8000 किलो मीटर तक भी बताते हैं। जो लोग इंडियन मिसाइल प्रोग्राम के बारे में रुचि रखते है। उनको यह पता ही होगा कि अग्नि -1 मिसाइल लॉन्च होने के बाद हर 2 से 3 साल में अग्नि मिसाइल का एक नया वेरिएंट लांच होता था। लेकिन अग्नि -5 के लांच होने के बाद अब तक कोई भी नया वेरिएंट लॉन्च नहीं हुआ है।
Agni-6 Missile Range : क्यों इतनी खतरनाक है अग्नि – 6 मिसाइल ?
अगर अग्नि -5 की बात करेंतो अग्नि -5 की रेंज में पूरा चीन और लगभग आधा यूरोप आ जाता है। जबकि अग्नि -6 की रेंज में पूरा यूरोप यहां तक की अमेरिका तक हमला किया जा सकता है। पिछले 5 सालों से सभी अग्नि -6 के लॉन्च होने का इंतजार कर रहे थे। बीच-बीच में यहां तक खबरे आ गयी थी कि भारत ने अग्नि -6 मिसाइल को बना लिया है लेकिन उसे अभी टेस्ट नहीं कर रहा है।
परिक्षण से दूर मिसाइल – आखिर क्यों अभी तक नहीं हो पाया अग्नि -6 मिसाइल का परिक्षण
इसके पीछे का कारण इसकी रेंज को माना जा रहा था क्योंकि ऐसा कहा जा रहा था कि इसकी रेंज में यूरोप और अमेरिका तक आ जा रहा था ,अगर इस मिसाइल का टेस्ट हुआ तो यूरोप और अमेरिका के देश यह पूछेंगे कि आपका तो दुश्मन पाकिस्तान और चीन है।और अग्नि -5 मिसाइल की सीमा के अन्दर पूरा चीन आ जाता है तो फिर आप इतनी लंबी दूरी तक मार करने वाली मिसाइल क्यों बना रहे है। भारत को इसकी क्या आवश्यकता है ।
इसी कारण से भारत अभी तक इस मिसाइल का टेस्ट नहीं कर रहा था। लेकिन डीआरडीओ ने यह कंफर्म कर दिया है कि आने वाले 3 सालों के अंदर अग्नि -6 मिसाइल का निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा और इसी के अंदर ही इस मिसाइल के सभी टेस्ट भी पूरा कर लि येजायेंगे। इस मि साइल के टेस्ट पुरे होते ही भारत के पास पहली ऐसी मिसाइल आ जाएगी जिससे पूरी दुनिया में कहीं भी हमला किया जा सकता है।
अग्नि -6 मिसाइल का कुछ ख़ास बातें
इस मिसाइल की सबसे खतरनाक बात यह है कि यह मिसाइल (ICBM) टेक्नोलॉजी के साथ साथ एक (MIRV) Multiple Independent Reentry Vehicle टेक्नोलॉजी से लैस मिसाइल होगा। इसका मतलब यह है की एक ही मिसाइल 10 से 15 अलग-अलग परमाणु हथियारों को एक साथ ले जा सकता है और इन अलग-अलग परमाणु हथियारों को अलग-अलग 10 से 15 देशों या शहरों पे हमला भी कर सकता है।
दूसरे शब्दों में कहें तो आप एक ही मिसाइल से 10 से15 देशों में एक साथ हमला कर सकते हैं। अब आप इससे अनुमान लगा सकते हैं कि यह भारत के लिए कितना महत्वपूर्ण मिसाइल प्रोग्राम होने जा रहा है। बीच-बीच में ऐसी भी खबरें आती रही हैं कि अग्नि -6 और सूर्या मिसाइल दोनों ही एक ही मिसाइल है।
लेकिन डीआरडीओ ने अभी तक यह स्पष्ट नहीं किया है की यह दोनों एक ही होने वाली है या अलग अलग।जैसे इसके बारे में कोई अपडेट आता है तो हम आपको बता देंगे।
अग्नि -6 इसे रोक पाना असंभव
यह भी खबर है कि जब यह मिसाइल अपने टर्मिनल फेज मेंहोगा तो इसकी रफ्तार हाइपरसोनिक बैरियर को तोड़ देगी। यानी कि इसकी रफ्तार 5 MAC (ध्वनि की रफ़्तार से 5 गुना जयादा ) के बैरियर से ऊपर होगा।