आज 21 अक्टूबर को भारत ने ओडिशा के तट से अग्नि प्राइम मिसाइल का सफल परीक्षण किया है।  ANI ने रक्षा अधिकारियों के हवाले से यह जानकारी दी है कि मिसाइल का परीक्षण शुक्रवार की सुबह करीब 9.30 बजे हुआ। 

आपको बता दे कि इससे पहले DRDO ने 14 अक्टूबर को ही भारत की रणनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण पनडुब्बी आईएनएस अरिहंत ने शुक्रवार को बैलिस्टिक मिसाइल का सफल प्रक्षेपण किया था । 

रक्षा मंत्रालय के द्वारा दी गयी जानकारी के अनुसार- मिसाइल परीक्षण के समय सभी मनको को पूरा किया। मिसाइल पूर्व निर्धारित दुरी को तय करते हु अपने लक्ष्य को 100% सटीकता से हीट किया। 

अग्नि प्राइम का पहले भी हो चूका है परीक्षण 

इस मिसाइल का परीक्षण पिछले साल 18 दिसंबर को ही कर लिया गया था जिसमे इसने सभी मानको को पूरा भी किया था। आज का यह टेस्ट इस मिसाइल का तीसरा टेस्ट था। आज के टेस्ट में भी इस मिसाइल ने सभी मनको पर पूरी तरह से खड़ा उतरा है।

अग्नि प्राइम की खासियत 

अग्नि प्राइम मिसाइल अग्नि मिसाइल का ही एक एडवांस वर्शन है। खास बात यह है की यह मिसाइल, अग्नि मिसाइलो की तरह ही साइज में बहुत बड़ा नहीं है। जिस कारण इस मिसाइल को कहि भी ले जाने में दिक्क्त नहीं होगा। इस मिसाइल की लाबाई 10.5 मीटर और 1.5 मीटर मोटाई है। 

1000 से 2000 km तक मार करने में सक्षम है अग्नि प्राइम। 

परमाणु हमला करने में सक्षम है अग्नी प्राइम 

अग्नि मिसाइल अपने श्रेणी के सभी मिसाइलो की भांति परमाणु हमला करने में भी सक्षम है। 

 MIRV-(multiple independently targetable reentry vehicle) तकनी से लैस है अग्नि प्राइम :-

यह मिसाइल एक साथ कई अलग -अलग हथियारों को ले जाने में सक्षम है। जिसकी मद्द्त से एक ही मिसाइल से कई जगहों पे हमला किया जा सकता है। इस तरह की क्षमता वाले मिसाइल बहुत काम ही देश के पास है। जिनको  MIRV का मतलब नहीं पता हो उन्हें बता दे की  MIRV टेक्नोलॉजी एक ऐसी तकनीक है जिसकी मद्दत से एक सिंगल मिसाइल ही एक साथ अलग-अलग कई जगहों पे हमला कर सकता है।  MIRV तकनीक की मद्दत से अलग अलग जगहों पे हमला करने के लिए ज्यादे मिसाइलो की जरूरत नहीं पड़ती।