पंजाब में मजबूत स्थिति में रहने के लिए मुख्यमंत्री केजरीवाल ने किये कुछ अहम् वादे।
ऐसे तो केजरीवाल पिछले कुछ सालों से पंजाब में अपनी सरकार लाने के लिए बहुत प्रयास कर चुके है ,पर इस बार केजरीवाल कुछ मजबूत स्थिति में नज़र आ रहे है। केजरीवाल का विपक्ष पर ज़ोरदार हमला कुछ महंगा साबित हो रहा है। केजरीवाल पंजाब में अपनी सरकार बनाने के लिए तत्पर प्रयत्न कर रहे हैं। पंजाब के लगभग हर शहर में उन्होंने अपनी रैली में हिस्सा लिया,जिसके कुछ सकारात्मक परिणाम भी सामने आ रहे है,जिससे वो लोगो पर अपना विश्वास बना रहे है |
ख़ास बात तो यह है की इस बार केजरीवाल की आम आदमी पार्टी मजबूत स्थिति में नज़र आ रही है और इस बार उनकी सरकार बनने की सम्भावना बढ़ गयी है ,कारण उनके द्वारा किये गए वादे। केजरीवाल ने इस बार पंजाब आकर कुछ ख़ास वादे किये है।
केजरीवाल का विपक्षी दल पर ज़ोरदार हमला और केजरीवाल के द्वारा किये गए कुछ अहम् वादे।
विपक्ष पर धावा बोलते हुए केजरीवाल का कहना है की पंजाब में कैप्टन अमरिंदर की सरकार के दौरान बहुत सारे वादे किये गए जिसमे अधिकतम वादे झूठे साबित हुए उनमे से कुछ वादों को केजरीवाल ने खुद अपने द्वारा दिए गए भाषणो में दर्शाया है , जैसे की बेरोज़गारो को रोज़गार न मिलना ,केजरीवाल के मुताबिक अमरिंदर सरकार ने एक लेबर कार्ड बनाते हुए ये वादा किया था की जब उनकी सरकार बन जाएगी तो वो उन सभी लोगो को रोजगार जिनके पास ये लेबर कार्ड होंगे|
केजरीवाल का कहना है की ये वादा पूरी तरह से झूठा साबित हुआ है ,अमरिंदर सरकार ने एक भी नागरिक को रोजगार प्रदान नहीं किया है ,इसके साथ-साथ केजरीवाल ने इन वादों को अपनी सरकार के नेतृत्व में पूरा करने का वादा किया है।
इसके साथ-साथ उन्होंने विपक्ष पर एक और दोष लगाते हुए कहा कि अमरिंदर सरकार ने गरीबों से एक फॉर्म भरवाते हुए उन सभी लोगों को जिनके पास रहने को घर नहीं है उन्हें डेढ़ मरले तक प्लॉट देने की घोषना की थी,और ये वादा भी पुरा नहीं किया ,केजरीवाल का कहना है की अमरिंदर द्वारा किया गया ये वादा भी झूठा साबित हुआ है और वो इस वादें को भी खुद पूरा करेंगे और बेघरों को रहने के लिए जगह खुद प्रदान करेंगे। इन वादों और विपक्ष पर ये करारा हमला ,दोनों की वजह से केजरीवाल सरकार इस समय मजबूत स्थिति में नज़र आ रही है।
केजरीवाल द्वारा सरकारी स्कूल और सरकारी स्कूल की शिक्षा दोनों को अहम् महत्वता।
केजरीवाल के मुताबिक सबसे पहले तो पंजाब के सरकारी स्कूल और बच्चो की शिक्षा के तरफ ध्यान देना बहुत ही ज्यादा जरुरी है। जिसके लिए केजरीवाल ने पंजाब के सरकारी स्कूलों को बदलने और शिक्षा निति को और बेहतरीन करने का वादा किया है।केजरीवाल का कहना है की जिस प्रकार उन्होंने दिल्ली में सरकारी स्कूलों को बदला है उसी प्रकार वो पंजाब के सरकारी स्कूलों में बदलाव करेंगे और उन्हें प्राइवेट स्कूलों को टक्कर युक्त बनाएंगे।
इसके साथ-साथ केजरीवाल ने SC भाईचारे को बढ़ावा दिया है। चुनावी दाव-पेच के हिसाब से इस कदम ने उन्हें और मजबूत स्थिति में रखा है। केजरीवाल का कहना है की वो नीची जाती के सभी लोगो को जितना हो सके उतनी सहायता देंगे। जैसे की SC जाती के बच्चो को मुफ्त और उपयोगी शिक्षा प्रदान की जाएगी।
इसके साथ केजरीवाल ने 200 यूनिट तक बजली का बिल माफ़ करने हेतु फॉर्म भरवाये है। केजरीवाल ने पंजाब की हर महिला और बुजुर्ग के खाते में हर महीने कुछ पैसे ट्रांसफर करने का वादा किया है। इस बार केजरीवाल के वादों ने पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने की कुछ आशाए जगाई है। बस सवाल ये है की क्या केजरीवाल अपने किये वादों को पूरा करते हैं या बाकी राजनीतिज्ञों की तरह वो भी बस अपनी सरकार बनाने के लिए केवल चुनावीवादों का ही सहारा लेते हैं?
पर जिस तरह से वो विपक्ष पर लगातार अपना वार कर रहे है इस तरह तो विपक्षी दल इस समय चित्त लग रही है । एक न्यूज़ ब्राडकास्टिंग के दौरान केजरीवाल ने पुरे आत्मविश्वास से ये कहा है की इस बार पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार जरूर आएगी। बस देखना ये है की क्या केजरीवाल पंजाब के नागरिकों के दिलों पर अपनी धाक जमा पाए है या नहीं।