क्या आप भी इस कंफ्यूजन में है कि एमएसपी क्या होती है? MSP का फुल फॉर्म क्या होता है ? यदि आप इन्ही सभी प्रश्नों के उत्तर ढूंढ रहे हैं तो आप बिल्कुल सही जगह पर हैं क्योंकि इस आर्टिकल में हम इन्ही सभी प्रश्नों के उत्तर जानेंगे।
आप सभी को यह बात पता ही होगा की किसानो का हमारे देश के GDP में कितना महत्व है। हमारे देश के किसान ही है जिन्होंने अपनी कड़ी मेहनत से अन्न का उत्पादन करते हैं जिसका उपयोग हम भोजन के रूप में करते हैं|
.ये वही किसान है जो कड़ी धूप हो या तेज बारिश या हो कड़ाके की ठण्ड हर मौसम में खेतो में मेहनत करके हमारे लिए और अपने लिए अन्न का उत्पादन करते है जिससे सभी का पेट भी भरता है और इन अन्न को बेचकर हमारी जीडीपी का भी ग्रोथ होता है| इन्ही किसानो के लिए सरकार उनके फसलों का कुछ न्यूनतम मूल्य तय करती है जिसके निचे मंडी में उनके फसलों को नहीं ख़रीदा जा सकता| इसी राशि को MSP कहते है |
एमएसपी एक प्रकार की निर्धारित राशि होती है जो सरकार द्वारा उनके द्वारा उपज किए गए फ़सलों पर दी जाती है| तो चलिए आज हम इस आर्टिकल के माध्यम से MSP के बारे में सभी जानकारी को प्राप्त करेंगे,जैसे कि एमएसपी का फुल फॉर्म क्या है? किस प्रकार के फल प्राप्त होती है? इसके लाभ क्या है? इसके हानि क्या है?इन्ही सभी प्रश्नो के उत्तर आज हम जानेंगे|
एमएसपी क्या होता है?
मिनिमम सपोर्ट प्राइस (MSP) जिसे न्यूनतम समर्थन मूल्य के नाम से भी जाना जाता है, सरकार द्वारा लोगों को दी जाने वाली एक गारंटीड मूल्य होता है| सरकार द्वारा किसानों को उनके फसलों पर दी जाने वाली यह एक प्रकार का गारंटीड मूल्य होता है जिस कारण बाजार में किसी फसल का मूल्य कम हो जाने पर भी किसानों के आय में कोई ज्यादा उतार चढ़ाव नहीं आता| यही कारण है कि सरकार अलग-अलग फसलों पर एमएसपी लागू करती है | एमएसपी को साधारण शब्दों में कहा जाए तो इसका मतलब यह होता है कि किसी भी फसल का न्यूनतम मूल्य उसके बुवाई से पहले ही निश्चित कर देना| जिसके निचे उनके फसलों को नहीं ख़रीदा जा सकता|
एमएसपी का उद्देश्य क्या है?आखिर क्यों MSP लागु की जाती है?
एमएसपी का मुख्य उद्देश्य यह है कि किसानों को उनकी मेहनत के हिसाब से एक निर्धारित आय प्रदान की जाए, जिससे कि वे अपने भरण-पोषण को कर सके और अगले फसल आने तक अपने खर्च का वहन कर सकें|कभी-कभी ऐसा होता है कि किसी वर्ष फसल अच्छी हो जाती है,जिस कारण बाजार में उस फसल की आपूर्ति बढ़ जाती है जिससे उस वर्ष फसल की कीमत कम हो जाती है, और किसानों को उचित मूल्य नहीं मिल पाते| एमएसपी मिनिमम सपोर्ट प्राइस होने पर किसानों को एक न्यूनतम मूल्य उनको उनके फसल के बदले प्राप्त हो जाती है जिससे वे पूरे वर्ष भर तक मेहनत कर पाते|अक्सर ऐसा देखा जाता है कि बिचौलियों के शोषण के कारण किसानों को उनकी उपज का अच्छा प्राइस नहीं मिल पाता|तब एमएसपी की सहायता से किसानो को उनके ऊपज का सही मूल्य प्रदान किया जा सकता है|
एमएसपी की फुल फॉर्म क्या होती है?
एमएसपी का फुल फॉर्म मिनिमम सपोर्ट प्राइस होता है| जिसे न्यूनतम समर्थन मूल्य के नाम से भी जाना जाता है|यह एक प्रकार का निर्धारित मूल्य होता है जो किसानों को उनके फसल के बदले दी जाती है|साधारण शब्दों में कहा जाए तो यह वह मूल्य है जिसके नीचे किसानों के फसल को नहीं खरीदा जा सकता है|
एमएसपी को कौन जारी करता है?
एमएसपी को कृषि लागत एवं मूल्य आयोग जारी करता है,जिसे इंग्लिश में Commission For agricultural cost and price जिसे संक्षिप्त में C.A.C.P. कहते है |यह एफसीआई के अंतर्गत आता है |
किसान आंदोलन क्यों कर रहें है :-
आप सभी को पता ही होगा की पिछले कई महीनो से लाखो किसान अपने घरो की सुख सुविधाएं छोड़कर दिल्ली बॉर्डर की सड़कों पर बैठकर आंदोलन कर रहे थे|इस आंदोलन में एक बात बहुत चर्चा में रही थी|वह है msp|किसानों का कहना है कि सरकार द्वारा बनाए गए तीनो नए कृषि कानून लागु करने से सरकार द्वारा दी जाने वाली एमएसपी खत्म हो जाएगी|लेकिन सरकार का कहना है कि इन नए कानूनो को बनाने के बाद भी एमएसपी सिस्टम पहले जैसा ही रहेगा|लेकिन कुछ बिशेसज्ञों का मानना है की कृषि कानून लागु होने के बाद कारोबारी आनाज को बाहर से ही खरीद लेंगे वो अब मंडी में आना कम कर देंगे जिससे वे मंडी में दी जाने वाली कर से बच जायेंगे|धीरे धीरे मंडी में कम बिक्री होने के कारण msp धीरे धीरे ख़त्म हो जयेगी|इसीलिए किसान आंदोलन कर रहे थे|हाल ही में माननीय पीएम जी ने ये ऐलान किया की तीनो कृषि कानून को वापस कर लिया गया है तब जाकर कहि किसान अपना आंदोलन बंद किये है|
Msp से किसानो को क्या लाभ है :-
अबतक तो आप यह जान ही गए होंगे की एमएसपी का मतलब क्या होता है अब हम जानेंगे की एमएसपी किसानो के लिए किस प्रकार से फायदे मंद है|एमएसपी एक ऐसा न्यूनतम मूल्य है की जो किसानो को फसल बुवाई के से पहले ही उनके फसल का न्यूनतम मूल्य पता होता है | जिससे की किसानो को यह तशली होती है की कम से कम उनके फशल का उचित मूल्य उनको फसल काटने के बाद मिलेगा ही कभी कभी ऐसा होता है की किसी फसल का मूल्य बाजार में गिर जाती है|और बाजार में बेचने पर किसानो को उनके फसल का उचित मूल्य नहीं मिल पाती है |जब किसान इन्ही फसलों को मंडी में msp पर बेचता है तो उसको उचित मूल्य प्राप्त हो जाती है|जिससे किसान अपनी जीविकापार्जन कर पाते है |
किन किन फसलों पर एमएसपी मिलती है :-
एमएसपी 22 फसलों पर अनिवार्य है जिसके लिए पिछले 3 वर्षों से सरकार द्वारा एमएसपी की घोषणा की जा रही है|इनमें से 14 फसल खरीफ की है,जैसे-धान,ज्वार-बाजरा,मक्का,रागी,अरहर,मूंग,उड़द,मूंगफली,सोयाबीन,सूरजमुखी,शीशम,निगरसीट कपास| अगर रवी की फसलो की बात की जाये तो उसमे गेहूं,जौ,मशूर,सरसों,दो व्यवसायिक पर्स लेडिज सूट और कॉपर आदि फसलों पर भी एमएसपी मिलती है| इन फसलों के अलावा डोडिया,सरसों और खोपरा के एमएसपी के आधार पर तो रिया और दशक नारियल के लिए भी एमएसपी तय की जाती है|
एमएसपी कैसे तय की जाती है:-
न्यूनतम समर्थन मूल्य को आयोग के कुछ मानकों के आंकड़ों के घटक को ध्यान में रखते हुए निर्धारित किया जाता है|जैसे की देश के अलग-अलग इलाकों में किसी खास फसल की लागत खेती का खर्च और आने वाले कुछ वर्षो में होने वाले बदलाव क्या क्या होंगे|देश के अलग-अलग क्षेत्रों में प्रति क्विंटल अनाज को गाने में क्या लागत है,प्रति क्विंटल अनाज उगाने में किये जाने वाला कार्य और अगले साल में होने वाले बदलाव|अनाज की कीमत और अगले 1 साल में होने वाला औशत परिवर्तन किसान जो अन्न भेजता है उसकी कीमत और जो खरीदता है उसकी|सरकार और सार्वजनिक एजेंसियो की स्टोरेज क्षमता,परिवारो पर खपत होने वाला अनाज और एक व्यक्ति पर खपत होने वाले अनाज की मात्रा में अनाज की मांग| उसकी उपलब्धता अनाज के भंडारण और उसको एक जगह से दूसरी जगह पर ले जाने में लाने में खर्च|इन सभी को नजर में रखते हुए एमएसपी तय की जाती है|
न्यूनतम समर्थन मूल्य क्यों घोषित किया जाता है:-
मिनिमम सपोर्ट प्राइस के घोषित करने का मुख्य उद्देश्य यह है कि यदि किसी वर्ष किसी अनाज का उत्पादन ज्यादा होने से उसके कीमतों में कमी आ जाती है तो किसानों को कठिनाइयों का सामना करना न पड़े |यदि एमएसपी पर किसान अपनी फसलों को बेचेंगे तो उनको कठिनाइयों का सामना नहीं करना पड़ेगा| उनको अपने भरण-पोषण के लिए एक निर्धारित आए मिलती रहेगी|मिनिमम सपोर्ट प्राइस के होने के बाद है स्थानीय सरकारी एजेंसियों के माध्यम से खरीद कर भंडार करती है|इसके भंडारण से सरक़ार सार्वजनिक वितरण प्रणाली के लिए सरकार गरीबों तक कम कीमत में अनाज पहुंचा पाती है| एमएसपी हमारी किसानों के लिए बहुत ही फायदेमंद मूल्य है जिसके माध्यम से उन्हें अच्छी आय का साधन प्राप्त होता है|बिना एमएसपी के किसानों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है इसलिए किसानो द्वारा एमएसपी की मांग की जाती है|
निष्कर्ष:-आज हमने अपने इस लेख के माध्यम से आप सभी को यह बताया है कि एमएसपी क्या होती है?एमएसपी कैसे लागू की जाती है?एमएसपी से किसानों को किस प्रकार का लाभ होता है?
यदि आपको मिनिमम सपोर्ट प्राइस यानी कि न्यूनतम समर्थन मूल्य से संबंधित किसी भी प्रकार की कठिनाई या कोई भी दिक्क़ते रही हो तो आप नीचे कमेंट बॉक्स में कमेंट कर पूछ सकते हैं|आगे भी हम इसी तरह के लेख लिखते रहेंगे और नई-नई चीजों के बारे में जानकारी देते रहेंगे|