सर्दियाँ आते ही सबसे पहले अगर कोई चिंता का विषय बनता है तो वो है हमारे शरीर का निखार। हमारा गोरापन या चेहरे पे पड़ने वाली झुर्रियां ,या धुप का सांवलापन ,ये सब ही हमारा चिंता का विषय बनता है। तो आज हम आपको बताएँगे की इन परेशानियों से कैंसे बचे।
त्वचा आखिर रूखी क्यों पड़ती है ?
१. ठण्ड के समय हवा ठंडी होने के कारण हवा में नमी नहीं बचती ,हवा सुखी पड़ जाती है,जिसके कारण हवा हमारी त्वचा से नमी खींचता है जिसके कारण हमारी त्वचा रूखी और चिड़चिड़ी सी हो जाती हैं।
२. ठण्ड में जब हम धूप ज्यादा देर तक सेकते है तो उससे भी हमारी त्वचा पे बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है ,क्यूंकि सूरज से निकलती अल्ट्रावॉयलेंट किरणे हमारी त्वचा के लिए बहुत ही ज्यादा नुकसानदेह है।
३. ठण्ड में अक्सर हम गरम पानी से नहाते है ,ज्यादा गरम पानी से नहाना भी हमारे त्वचा के लिए बहुत ही नुकसानदेह हैं ,क्यूंकि गरम पानी से नहाने से हमारे शरीर की नमी खो जाती है।
त्वचा का निखार बरकरार रखने के उपाय
१. त्वचा का निखार बनाये रखने के लिए रात को सोने से पहले अपने मुँह पर ग्लिसरीन का मसाज करना त्वचा के लिए बहुत फ़ायदेमन्द साबित होता हैं।
२. ठण्ड में शरीर की नमी बनाये रखने के लिए अच्छा लोशन का इस्तेमाल करें ,मॉइस्चराइजिंग क्रीम बहुत ही बेहतरीन साबित होती है। आगे हम आपको बताएँगे की किस प्रकार की त्वचा के लिए किस प्रकार का मॉइस्चराइजर सही रहता है।
३. नहाते समय ख्याल रखे की पानी ज्यादा गरम न हो ,और सामान्य पानी से नहाये और ध्यान रखे 5 मिनट से ज्यादा न नहाये। और हाँ नहाने के तुरंत बाद कभी भी अपने शरीर को पूरा न साफ़ करे, मतलब टॉवल से को हलके हलके से पोछे ,पानी को अपने शरीर पे रहने दे ,उससे हमारे शरीर की नमी बरक़रार रहती है।
४. अपने चेहरे को सूरज की किरणों से बचाये रखने के लिए शरीर पर सनस्क्रीन लोशन लगा के बाहर जाए। सनस्क्रीन लोशन हमारे शरीर को धुप से बचा के रखता हैं और हमारी त्वचा का निखार बरकार रहता है।
५. ठण्ड में ध्यान रखे की हवा आपके शरीर से नमी सोखती है तो हमेशा ध्यान रखे की कभी भी सफर पे जाते समय अपना शरीर पूरा ढक के रखे किसी भी प्रकार से ठंडी हवा को अपने शरीर पे ज्यादा लगने से रोके।
६. याद रखे की मोस्टरीज़िंग क्रीम जो आप इस्तेमाल कर रहे है वो अच्छी गुणवत्ता (QUALITY) का हो ,उससे आपके त्वचा को दो गुना फायदा होगा और नहाने के तुरंत बाद अगर आप मोस्टरीज़िंग क्रीम इस्तेमाल कर रहे हैं तो उस से आपको चार गुना तक फायदा देखने को मिलेगा।
सर्दियों में बेहतर मॉइस्चराइजिंग क्रीम कैसे चुने ? Which moisutriser is best in Winters
मॉइस्चराइजर हमारे शरीर के मॉइस्चराइजर को शरीर से बाहर निकलने से रोकते हैं।
१. अगर आपकी त्वचा रूखी है तो सबसे पहले तो आपको जरूरत है अपने स्किन पे हाइड्रेटेड मॉइस्चराइजर लगाने की। ध्यान रखे की उस मॉइस्चराइजर में अलोएवेरा ,जोजोबा आयल ,नारियल का तेल या इन में से कोई भी इंग्रेडिएंट मौजूद है तो ही आपका मॉइस्चराइजर आपकी त्वचा के लिए बेहतरीन होगा।
२. अगर आपकी त्वचा ऑयली है तो पानी नियुक्त मुस्तेरीज़ेर लगाने की जरुरत है जिन मॉइस्चराइजर में ग्लिसरीन ,ह्यलोलोरिक एसिड मौजूद हो वो आपके लिए सबसे अच्छा प्रोडक्ट साबित होगा,और आपकी त्वचा की सुंदरता बरक़रार रखेगा।
३. जिनकी त्वचा आधी ऑयली और आधी रूखी प्रकार रहती जो की समय के अनुसार होती है जैसे की गर्मी में ऑयली और सर्दियों में रुखा हो तो उन लोगो को समय के अनुसार होने शरीर पर मस्तूरिज़र को लगाने की जरुरत है जैसे की जब उनकीत्वचा रूखी होती है तो उन्हें भी ग्लिसरीन युक्त मस्तूरिज़र लगाना चाहिए और जब त्वचा ऑयली हो तो पानी युक्त मॉइस्चराइजर लगाना चाहिए।
४. अगर आपकी त्वचा रूखी है तो मस्तूरिज़र की परत थोड़ी मोटी ही रहे तो ज्यादा बेहतर होता है। जिससे की आपका शरीर के अंदर का मॉइस्चराइजर लॉक हो जाता है। और ज्यादा लगाने के बाद भी ऑयली फील नहीं होता।
मॉइस्चराइजर खरीदते समय रखे कुछ बातों का ख्याल
मॉइस्चरीज़र खरीदते समय कुछ ख़ास बातों का ध्यान दे की जब आप उसे ख़रीदे तो ध्यान दे की उसके इंग्रेडिएंट्स आपके त्वचा के लिए फायदेमंद है या नहीं। अगर आपकी त्वचा ऑयली है तो आप सलीलिक एसिड ,अल्फा ह्य्द्रौलिक एसिड ,यूरिया आदि युक्त मस्तूरिज़र का इस्तेमाल करें ,ये आपके लिए तो बहुत फायदेमंद है पर जिन लोगो की त्वचा रूखी है वो खास तौर पे इन इंग्रेडिएंट्स से बचे ,अलकोहल युक्त मस्तूरिज़र से भी बचे ,रूखी त्वचा वालो के लिए ये सब नुकसानदेह है।
मॉइस्चराइजर लगाते समय रखे कुछ बातों का ख्याल
अपने मुँह पर मॉइस्चराइजर लगाने से पहले अपने मुँह को सामान्य पानी से अच्छे से धोये,धोने के बाद मॉइस्चराइजर को हलके हाथों से अपने मुँह पे गोल – गोल तरीके से मसाज करे ,जोर – जोर से उसे अपने मुँह पर रगड़े न ,और ऑयली स्किन वाले ख्याल रखे आपको अपने मुँह पैर मॉइस्चराइजर को ज्यादा देर तक नहीं लगाना। बस उसे लगा के हलके हाथों से छोड़ देना है।