वकील कैसे बनें ?

वकील कैसे बनें : दसवीं के बाद और वकील बनने से पहले तक की पूरी जानकारी। How to complete LLB & Become lawyer in india

जिंदगी में हर किसी का एक सपना होता ही है, कि पढ़ लिख कर वह अपनी जिंदगी में बड़ा आदमी बने, और जीवन में नाम रोशन करे। लोग इसके लिए बहुत मेहनत करते हैं।इंसान अपनी जिंदगी में  डॉक्टर, इंजीनियर, बैंक मैनेजर,वकील आदि बनने का सपना जरूर देखता है।  

आज हम आपको यह बताएंगे कि आखिर वकील कैसे बनते हैं? आज हम आपको बताएंगे कि जो लोग वकील बनने का सपना देख रहे हैं वह 10वीं के बाद क्या करें और उसके  साथ-साथ आज हम उन्हें वकील बनने तक के पुरे सफर के बारे में बताएँगे। 

आज का आर्टिकल बहुत ही ज्यादा फायदेमंद साबित होने वाला है, उन लोगों के लिए जो अपनी जिंदगी में वकील बनना चाहते हैं। जैसे कि आपको पता ही होगा कि वकील बनने के लिए सबसे पहले एल.एल.बी(LLB) करना बहुत जरूरी है। पर जैसे कि वादे मुताबिक आज आपको दसवीं के बाद वकील बनने के लिए क्या-क्या करें? वह सब बताऊंगा। तो चलिए शुरू करते हैं:- 

वकील बनने के लिए दसवीं के बाद कौन सी स्ट्रीम है जरूरी ?

दसवीं पास करने के तुरंत बाद 11वीं और 12वीं में आर्ट्स व कॉमर्स  ही ऐसे सब्जेक्ट हैं, जिसे करने से आपको आगे llb करने में बहूत मदद मिलेगी। आर्ट्स व कॉमर्स में ऐसे विषय होते हैं जो कि आगे जाकर क्लैट(CLAT) की तैयारी के लिए बहुत मददगार साबित होते हैं। जैसे कि राजनीतिक शास्त्र, अर्थशास्त्र, पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन, बिजनेस, अकाउंट आदि।CLAT में आने वाले प्रश्न लगभग इन्हीं विषय में से पूछे जाते हैं। 

CLAT क्या होता है ? What is CLAT in hindi

क्लैट (CLAT) का फुल फॉर्म होता है- (COMMON LAW ADMISSION TEST) . Common Law Admission Test को हिंदी में सामान्य लॉ प्रवेश परीक्षा कहा जाता है।CLAT अंडर ग्रेजुएशन स्नातक स्तर के कोर्स जैसे कि BA.LLB  में नामांकन के लिए आयोजित किया जाता है। क्लैट(CLAT) की परीक्षा 12वीं पास  विद्यार्थी किसी भी स्ट्रीम से पढ़ा विद्यार्थी इस प्रवेश परीक्षा में शामिल हो सकता है।क्लैट प्रवेश परीक्षा पास किया हुआ विद्यार्थी किसी भी नेशनल लॉ कॉलेज में एडमिशन ले सकता है।

CLAT की प्रवेश परीक्षा के पाठ्यक्रम को 5 भागों में बांटा गया है। 

१.  करंट अफेयर (CURRENT AFFAIR)

२.  सामान्य ज्ञान(GENERAL KNOWLEDGE)

३.  इंग्लिश भाषा(ENGLISH)

४.  रिजनिंग जिसे दो भागों में बांटा गया है :

     लीगल रिजनिंग(LEGAL REASONING), लॉजिकल रीजनिंग (LOGICAL REASONING)

५.  मैथमेटिक्स क्वानटेटिव एप्टीटुड (QUANTITATIVE APTITUDE)

वकील बनने के लिए CLAT परीक्षा के बाद आप कौन-कौन से कोर्स कर सकते हैं ?

CLAT परीक्षा पास करने के बाद आप निम्नलिखित कोर्स में से एक कोर्स में एडमिशन ले सकते हैं, जैसे कि BA.LLB , B.COM.LLB,B.SC.LLB, B.BA.LLB,B.A.LLB OF SOCIAL WORK. 

12वीं के बाद आप,B.A,B.COM,B.SC जैसे कोर्स का चयन कर सकते हैं। आप इन कोर्स में डिग्री पाने के बाद भी LLB कर सकते हैं, जैसे कि BA.LLB,B.COM.LLB और B.SC.LLB। आपको यह जानना बहुत जरूरी है कि 12वीं के तुरंत बाद अगर आप एलएलबी का कोर्स करते हैं, तो आपकी एलएलबी का कोर्स का प्रोग्राम 5 साल का होगा। अगर आप B.A ,B.COM ,B.SC जैसे कोर्स करने के बाद एलएलबी का चयन करते हैं तो आपका एलएलबी का प्रोग्राम 3 साल का होगा।  

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एलएलबी(LLB) क्या होता है ? 

एलएलबी का फुल फॉर्म होता है (LEGUM BACCALAUREUS) ,जो की  एक लैटिन भाषा का शब्द है जिसे BACHELOR OF LAWS भी कहते हैं। यह एक बैचलर डिग्री है, जो हम 12वीं क्लास पास करने के बाद भी कर सकते हैं, और ग्रेजुएशन करने के बाद भी कर सकते हैं।

अगर आप भारत के लॉ यानी कानून के बारे में ज्यादा जानना चाहते हैं और इसे समझ कर अपना करियर बनाना चाहते हैं तो एलएलबी एक बहुत अच्छा विकल्प है। जिसमें आपको कानून के बारे में बहुत ही अच्छे ढंग से पढ़ाया जाता है, ताकि आप किसी निर्दोष को सजा होने से बचा सकते हैं या किसी दोषी को उसके कर्मों का की सजा दिला सकते हैं।

एलएलबी (LLB)में पूर्ण सफलता हासिल करने के बाद आप वकील कहलाए जाते हैं। और इसके साथ ही साथ थोड़ी सी पढ़ाई और अनुभव के साथ आप जज भी बन सकते हैं।

वकील कैसे बने उसकी पूरी जानकारी

जैसे कि आपने यह सब जान ही लिया कि CLAT क्या होता है। एलएलबी क्या होता है। तो आइए हम आपको अब यह भी बताते हैं कि इन सब के साथ  आखिर वकील कैसे बना जाए ?

12वीं कक्षा पास करें:-

वकालत की पढ़ाई करने के लिए सबसे पहले आपको 12वीं तक की स्कूल की पढ़ाई पूरी करनी होगी। आप किसी भी विषय को लेकर पढ़ाई कर सकते हैं, चाहे वह आर्ट्स हो कॉमर्स हो या फिर साइंस सब्जेक्ट हो। अगर आप आर्ट्स पढ़ते हैं, तो आपको ज्यादा फायदा होगा, क्योंकि इसमें निर्मित विषय में आपको काफी हद तक लॉ के बारे में जानकारी दी जाती है।

लॉ कॉलेज में एडमिशन के लिए एंट्रेंस एग्जाम, बारहवीं कक्षा का परीक्षा पास करने के बाद आपको वकील बनने की पढ़ाई करने के लिए एक एंट्रेंस एग्जाम देना होगा। जिसे क्लैट यानी कॉमन लॉ ऐडमिशन टेस्ट भी कहते हैं।

इस एग्जाम को पास करने के बाद ही आप राष्ट्रीय लॉ कॉलेज में एडमिशन ले सकते हैं। और 12वीं के बाद अगर आप क्लैट की परीक्षा पास करके नेशनल कॉलेज में एडमिशन ले लेते हैं तो आपका एलएलबी का प्रोग्राम 5 साल का होगा,और अगर आप 12वीं के बाद अन्य कोर्स करते हुए जैसे कि बी ए, बी.कॉम, बी एससी आदि कोर्स करने के बाद कलेक्ट का एग्जाम पास करते हैं, तो आपका एलएलबी का प्रोग्राम 3 साल का होगा।

क्लैट पास करने के लिए सबसे जरूरी है आपका इंग्लिश, लॉजिकल रीजनिंग, लीगल रिजनिंग, गणित और जनरल अवेयरनेस में माहिरता हासिल करना। क्लैट पास करने के बाद आपको नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी दिल्ली, नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी बेंगलुरु, जिंदल ग्लोबल लॉ स्कूल इन जैसे बड़े यूनिवर्सिटीज में एडमिशन की काउंसिल कराते  आते हैं, जिन्हें देखकर आप एक वकील बन सकते हैं। 

लॉ की पढ़ाई के बाद इंटर्नशिप करें।  

जैसा कि आप सभी लोग जानते ही होंगे कि कोई भी पढ़ाई करने के बाद उसके ज्ञान के लिए इंटर्नशिप करना बहुत जरूरी होता है। उसी तरह लॉ स्कूल से पढ़ाई पूरी करने के बाद आपको इंटरशिप करना होगा। इस इंटर्नशिप के दौरान आपको कोर्ट – कचहरी के बारे में सब कुछ सिखाया जाएगा। आपको कोर्ट की काउंसलिंग भी दिखाई जाएगी। जिसके साथ-साथ आपको दो वकीलों में बहस आदि दिखाई जाएगी। जिससे आपका अनुभव बढ़ेगा। 

स्टेट बार कॉउंसलिंग।  

स्टेट बार काउंसिल के लिए एनरोल  करने के बाद अब आपको किसी भी स्टेट बार काउंसिल में जाकर अपने आपको एनरोल करना होगा। इस एनरोलमेंट के साथ आपको ऑल इंडिया बार एग्जामिनेशन को क्लियर करना होगा। जो कि बार काउंसिल ऑफ इंडिया द्वारा प्रमाणित किया जाता है।

इस परीक्षा को पास करने के बाद ही आपको प्रैक्टिस का सर्टिफिकेट मिलता है। और इसी तरह आपका एलएलबी कोर्स और वकील बनने की पढ़ाई पूरी हो हो जाएगी। और इसी के साथ आप अपनी प्रैक्टिस जारी रखते हुए LLM यानी मास्टर इन लॉ कोर्स भी कर सकते हैं। 

एक वकील की मासिक आय कितनी होती है।

वकील की मासिक आय इस बात पर निर्भर करती है की वह सरकारी वकील है या प्राइवेट वकील। सरकारी वकील की मासिक आय 15000 से लेकर 40000 तक होती है।  प्राइवेट वकील की मासिक आय उसके अनुभव पर निर्भर करती है। जिस प्राइवेट वकील के पास जितना अनुभव होगा, या  कानून की जितनी जानकारी होगी, उसका मासिक आय उतनी ही अधिक होगी। कौन है भारत के सबसे महंगे वकील :-

राम जेठमलानी भारत के सबसे अधिक महंगे वकील माने जाते हैं। वह कोर्ट में एक बार पेशी के लगभग 25 लाख रुपए चार्ज करते थे।